बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा जून माह में चलाए जा रहे “उमंग-5” अभियान के तहत निंबाहेड़ा में नुक्कड़ नाटक के जरिए आमजन को जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन आदर्श कॉलोनी कम्युनिटी हॉल, निंबाहेड़ा में किया गया, जिसमें पुलिस, यूनिसेफ, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आमजन ने भाग लिया।
बाल संरक्षण और शिक्षा का संदेश
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों के अधिकार, शिक्षा का महत्व, बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति के दुष्परिणामों पर जोर दिया गया। राजस्थान के ख्यातनाम लोक कलाकार कमलेश बामणिया और उनकी टीम ने कठपुतली और नाट्य प्रस्तुति के जरिए बच्चों के लिए शिक्षा और सुरक्षित बचपन का संदेश दिया। कार्यक्रम में सुरक्षा सखी शिल्पा जैन ने कहा कि बच्चों के बचपन की सुरक्षा और उनके बेहतर भविष्य के लिए समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
पुलिस की सक्रिय भूमिका
थानाधिकारी कोतवाली निंबाहेड़ा राम सुमेर मीणा के निर्देशन में सहायक उपनिरीक्षक सूरज कुमार ने बताया कि क्षेत्र में बाल श्रम और भिक्षावृत्ति के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने उमंग-5 अभियान की जानकारी साझा करते हुए आमजन से आह्वान किया कि वे बाल अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस का सहयोग करें और बाल संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
जागरूकता और शपथ
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बाल श्रम और बंधुआ मजदूरी के खिलाफ जागरूक किया गया और सहायक उप निरीक्षक सूरज कुमार ने बाल श्रम उन्मूलन की शपथ भी दिलाई। यूनिसेफ टीम के सुनील व्यास ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
बड़ी संख्या में रही आमजन की भागीदारी
इस अवसर पर पुलिस विभाग, यूनिसेफ, सामाजिक कार्यकर्ता, सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र, युवा और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल राजू, वीरेंद्र, शिशपाल, ज्ञान प्रकाश, टीम के दिलीप सालवी, विजया जोशी, अंजू बाबेल, संगीता लूणावत, लक्ष्मी कोठारी, माधुरी अग्रवाल, सविता राणा, हेमलता लड्ढा सहित अन्य गणमान्यजन मौजूद रहे।