चित्तौड़गढ़ के कुंभा नगर में एक अनोखा मेहमान बनकर आया एक नटखट बंदर, अनिल ईनाणी के घर में ऐसे दाखिल हुआ जैसे बरसों से यहीं का बाशिंदा हो, कभी टेबल पर रखी फाइलों की उलट-पलट की, तो कभी अलमारी से निकाले यादों के सामान, सोफे पर लेटकर ऐसे आराम फरमाया जैसे दिनभर की थकान उतार रहा हो, और घर में रखे आम-फल ? जैसे दावत खास उसी के लिए रखी गई हो, करीब एक घंटे तक पूरे घर में बंदर का एकछत्र राज रहा, वन विभाग को खबर मिली, लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही वो चालाकी से निकल भागा, अब कुम्भा नगर के मकानों और होटलों को बना रहा है अपना नया अड्डा, लोगों में कौतूहल भी है… और बंदर की हरकतों से हलका सा डर भी ।
चितौड़गढ़ से नरेंद्र सेठिया की रिपोर्ट